यूपीएससी परीक्षा पैटर्न 2025

यूपीएससी परीक्षा पैटर्न 2025: विस्तृत मार्गदर्शिका

क्या आप जानते हैं कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी?

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने वर्ष 2025 की सिविल सेवा परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। आवेदन प्रक्रिया 22 जनवरी 2025 से शुरू होकर 11 फरवरी 2025 तक चलेगी। प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 25 मई 2025 को निर्धारित है।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरण कौन-कौन से हैं?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है:

  1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination): यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है, जिसमें दो वस्तुनिष्ठ प्रकार के पेपर होते हैं।
  2. मुख्य परीक्षा (Mains Examination): यह वर्णनात्मक प्रकार की परीक्षा है, जिसमें नौ पेपर शामिल हैं।
  3. साक्षात्कार (Interview): इसे व्यक्तित्व परीक्षण भी कहा जाता है, जो उम्मीदवार की मानसिकता, सामाजिक जागरूकता और अन्य गुणों का आकलन करता है।

प्रारंभिक परीक्षा में कौन-कौन से पेपर शामिल होते हैं और उनका स्वरूप क्या है?

प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर शामिल होते हैं:

  • सामान्य अध्ययन पेपर I (General Studies Paper I): इसमें भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और समसामयिक विषयों से संबंधित 100 प्रश्न होते हैं, जो कुल 200 अंकों के होते हैं। परीक्षा की अवधि 2 घंटे होती है।
  • सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) या सामान्य अध्ययन पेपर II: इसमें तार्किक योग्यता, संख्यात्मक क्षमता, भाषा समझ और डेटा व्याख्या से संबंधित 80 प्रश्न होते हैं, जो कुल 200 अंकों के होते हैं। यह पेपर क्वालीफाइंग नेचर का होता है, जिसमें न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करना आवश्यक है। परीक्षा की अवधि 2 घंटे होती है।

मुख्य परीक्षा के पेपरों का विवरण क्या है और उनकी अंक प्रणाली कैसी है?

मुख्य परीक्षा में कुल नौ पेपर होते हैं:

  1. पेपर A: उम्मीदवार द्वारा चुनी गई एक भारतीय भाषा (संविधान की आठवीं अनुसूची में से) – 300 अंक (क्वालीफाइंग)
  2. पेपर B: अंग्रेजी भाषा – 300 अंक (क्वालीफाइंग)
  3. पेपर I: निबंध – 250 अंक
  4. पेपर II: सामान्य अध्ययन I (भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास, भूगोल) – 250 अंक
  5. पेपर III: सामान्य अध्ययन II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय, अंतर्राष्ट्रीय संबंध) – 250 अंक
  6. पेपर IV: सामान्य अध्ययन III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन) – 250 अंक
  7. पेपर V: सामान्य अध्ययन IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा, योग्यता) – 250 अंक
  8. पेपर VI: वैकल्पिक विषय पेपर I – 250 अंक
  9. पेपर VII: वैकल्पिक विषय पेपर II – 250 अंक

मुख्य परीक्षा में कुल कितने अंक होते हैं और साक्षात्कार के कितने अंक जोड़े जाते हैं?

मुख्य परीक्षा के सात पेपर (पेपर I से पेपर VII) के कुल अंक 1750 होते हैं। साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण) के 275 अंकों को मिलाकर कुल अंक 2025 होते हैं, जो अंतिम मेरिट सूची में शामिल किए जाते हैं।

साक्षात्कार चरण में उम्मीदवारों का मूल्यांकन किन आधारों पर किया जाता है?

साक्षात्कार चरण में उम्मीदवारों का मूल्यांकन निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:

  • व्यक्तित्व परीक्षण: उम्मीदवार की मानसिक सतर्कता, तार्किकता, नेतृत्व क्षमता, नैतिकता और बौद्धिक गुणों का आकलन।
  • सामाजिक जागरूकता: समाज और देश से संबंधित मुद्दों पर उम्मीदवार की समझ और संवेदनशीलता।
  • संचार कौशल: स्पष्टता, सटीकता और प्रभावी संवाद की क्षमता।

यूपीएससी परीक्षा में नकारात्मक अंकन का प्रावधान है या नहीं?

हाँ, प्रारंभिक परीक्षा में नकारात्मक अंकन का प्रावधान है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए प्राप्त अंकों में से 1/3 अंक काटे जाते हैं। इसलिए, उम्मीदवारों को सावधानीपूर्वक उत्तर देना चाहिए।

वैकल्पिक विषयों की सूची क्या है और उन्हें कैसे चुनें?

उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में निम्नलिखित वैकल्पिक विषयों में से एक का चयन कर सकते हैं:

  • कृषि
  • पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान
  • मानवशास्त्र
  • वनस्पति विज्ञान
  • रसायन विज्ञान
  • सिविल इंजीनियरिंग
  • वाणिज्य और लेखा
  • अर्थशास्त्र
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • भूगोल
  • भारतीय इतिहास
  • कानून
  • प्रबंधन
  • गणित
  • यांत्रिक इंजीनियरिंग
  • चिकित्सा विज्ञान
  • दर्शनशास्त्र
  • भौतिकी
  • राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  • मनोविज्ञान
  • लोक प्रशासन
  • समाजशास्त्र
  • सांख्यिकी
  • जंतु विज्ञान

वैकल्पिक विषय का चयन करते समय उम्मीदवारों को अपनी रुचि, शैक्षणिक पृष्ठभूमि और विषय की उपलब्धता को ध्यान में रखना चाहिए।

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण टिप्स क्या हैं?

  1. सिलेबस की गहन समझ: यूपीएससी सिलेबस का विस्तृत अध्ययन करें और प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण टॉपिक्स को चिन्हित करें।
  2. सही अध्ययन सामग्री का चयन: एनसीईआरटी पुस्तकों के साथ-साथ मानक संदर्भ पुस्तकों का अध्ययन करें।